Monday, May 6, 2024

ambe tu hai jagdambe kali

 आरती अम्बे तू है जगदम्बे काली 

जय अम्बे गौरी

मैया जय श्यामा गौरी

तुमको निशिदिन ध्यावत

तुमको निशिदिन ध्यावत

हरि ब्रह्मा शिवरी

ॐ जय अम्बे गौरी

जय अम्बे गौरी

मैया जय श्यामा गौरी

तुमको निशिदिन ध्यावत

तुमको निशिदिन ध्यावत

हरि ब्रह्मा शिवरी

ॐ जय अम्बे गौरी

मांग सिंदूर विराजित

टीको जगमग तो

मैया टीको जगमग तो

उज्ज्वल से दोउ नैना

उज्ज्वल से दोउ नैना

चंद्रवदन नीको

ॐ जय अम्बे गौरी

कनक समान कलेवर

रक्ताम्बर राजै

मैया रक्ताम्बर राजै

रक्तपुष्प गल माला

रक्तपुष्प गल माला

कंठन पर साजै

ॐ जय अम्बे गौरी

केहरि वाहन राजत

खड्ग खप्पर धारी

मैया खड्ग खप्पर धारी

सुर नर मुनिजन सेवत

सुर नर मुनिजन सेवत

तिनके दुखहारी

ॐ जय अम्बे गौरी

कानन कुण्डल शोभित नासाग्रे मोती

मैया नासाग्रे मोती

कोटिक चंद्र दिवाकर

कोटिक चंद्र दिवाकर

सम राजत ज्योती

ॐ जय अम्बे गौरी

शुंभ निशुंभ बिदारे महिषासुर घाती

मैया महिषासुर घाती

धूम्र विलोचन नैना

धूम्र विलोचन नैना

निशदिन मदमाती

ॐ जय अम्बे गौरी

चण्ड-मुण्ड संहारे शोणित बीज हरे

मैया शोणित बीज हरे

मधु कैटभ दोउ मारे

मधु कैटभ दोउ मारे

सुर भयहिन करे

ॐ जय अम्बे गौरी

ब्रहमाणी रुद्राणी तुम कमला रानी

मैया तुम कमला रानी

अगम निगम बखानी

अगम निगम बखानी

तुम शिव पटरानी

ॐ जय अम्बे गौरी

चौंसठ योगिनी गावत नृत्य करत भैरों

मैया नृत्य करत भैरों

बाजत ताल मृदंगा

बाजत ताल मृदंगा

ओर बाजत डमरू

ॐ जय अम्बे गौरी

तुम ही जग की माता तुम ही हो भरता

मैया तुम ही हो भरता

भक्तन की दुख हरता

भक्तन की दुख हरता

सुख संपति करता

ॐ जय अम्बे गौरी

भुजा चार अति शोभित वर-मुद्रा धारी

मैया वर मुद्रा धारी

मनवांछित फल पावत

मनवांछित फल पावत

सेवत नर नारी

ॐ जय अम्बे गौरी

कंचन ढाल विराजत अगर कपूर बाती

मैया अगर कपूर बाती

श्रीमालकेतु में राजत

श्रीमालकेतु में राजत

कोटि रतन ज्योती

ॐ जय अम्बे गौरी

श्री अम्बे जी की आरती

जो कोई नर गावे

मैया जो कोई नर गावे

कहते शिवानंद स्वामी

कहते शिवानंद स्वामी

सुख सम्पति पावे

ॐ जय अम्बे गौरी

जय अम्बे गौरी

मैया जय श्यामा गौरी

तुमको निशिदिन ध्यावत

तुमको निशिदिन ध्यावत

हरि ब्रह्मा शिवरी

ॐ जय अम्बे गौरी

ambe tu hai jagdambe kali

 आरती अम्बे तू है जगदम्बे काली  जय अम्बे गौरी मैया जय श्यामा गौरी तुमको निशिदिन ध्यावत तुमको निशिदिन ध्यावत हरि ब्रह्मा शिवरी ॐ जय अम्बे गौर...